गुरुवार, 29 अगस्त 2019


         *धीरूभाई अंबानी की सफलता के राज*
             *धीरूभाई अंबानी के मुख वचन*
*जिन्होंने इन वचन पर चल कर सफलता हासिल की थी*
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*बड़ा सोचो, जल्दी सोचो, आगे सोचो। विचारों पर किसी का एकाधिकार नहीं है।
*हम अपने शाशकों को नहीं बदल सकते पर जिस तरह वो हम पे शाशन करते हैं उसे बदल सकते हैं।
*ना शब्द मुझे बिलकुल सुनाई नहीं देता।
*मेरे भूत, वर्तमान और भविष्य के बीच एक आम कारक है: रिश्ते और विश्वास। यही हमारे विकास की नीव हैं।
*रिलायंस में विकास की कोई सीमा नहीं है।मैं हमेशा अपना वीज़न दोहराता रहता हूँ।
*सपने देखकर ही आप उन्हें पूरा कर सकते हैं।
*मेरी सफलता का राज़ मेरी महत्वाकांक्षा और अन्य पुरुषों का मन जानना है।
*हमारे स्वप्न विशाल होने चाहिए।
*हमारी महत्त्वाकांक्षा ऊँची होनी चाहिए।
*हमारी प्रतिबद्धता गहरी होनी चाहिए।
*और हमारे प्रयत्न बड़े होने चाहिए। रिलायंस और भारत के लिए
*यही मेरा सपना है।
*फायदा कमाने के लिए न्योते की ज़रुरत नहीं होती।
*यदि आप दृढ संकल्प और पूर्णता के साथ काम करेंगे तो सफलता ज़रूर मिलेगी।
*कठिन समय में भी अपने लक्ष्य को मत छोड़िये और विपत्ति को अवसर में बदलिए।
*एक दिन धीरुभाई चला जायेगा।
*लेकिन रिलायंस के कर्मचारी और शेयर धारक इसे चलाते रहेंगे।
*रिलायंस अब एक विचार है, जिसमे अंबानियों का कोई अर्थ नहीं है।
*युवाओं को एक अच्छा वातावरण दीजिये।
*उन्हें प्रेरित कीजिये।
*उन्हें जो चाहिए वो सहयोग प्रदान कीजिये।
*उसमे से हर एक आपार उर्जा का श्रोत है। वो कर दिखायेगा।
*हमारे स्वप्न विशाल होने चाहिए।
*हमारी महत्त्वाकांक्षा ऊँची होनी चाहिए।
*हमारी प्रतिबद्धता गहरी होनी चाहिए और हमारे प्रयत्न बड़े होने चाहिए।
*रिलायंस और भारत के लिए यही मेरा सपना है।
*समय सीमा पर काम ख़तम कर लेना काफी नहीं है,मैं समय सीमा से पहले काम ख़तम होने की अपेक्षा करता हूँ।
*जो सपने देखने की हिम्मत करते हैं, वो पूरी दुनिया को जीत सकते हैं।
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